एक बार एक एक बुज़ुर्ग आदमी ने देखा कि मुन्ना घर के दरवाज़े पर लगी घंटी बजाने कि कोशिश कर रहा होता परन्तु उसका हाथ घंटी तक नहीं पहुँच पा रहा होता है, यह देख बुज़ुर्ग आदमी मुन्ना के पास गया और उस से पूछा, "क्या हुआ बेटा?" मुन्ना : कुछ नहीं मुझे यह घंटी बजानी है पर मेरा हाथ नहीं पहुँच रहा तो क्या आप मेरे लिए ये घंटी बजा देंगे? यह सुन बूढ़ा आदमी तुरंत हाँ कर देता है और घंटी बजा देता है, और घंटी बजाने के बाद मुन्ना से पूछता है, "और बताओ बेटा क्या मै तुम्हारे लिए कुछ और कर सकता हूँ?" मुन्ना : "हाँ अब मेरे साथ भाग बुढ्ढे वरना तू भी पिटेगा अगर मकान का मालिक बाहर आ गया तो।" |
वरना तू भी पिटेगा
/
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment